आजादी का अमृत महोत्सव : आज हम बात करेंगे मिल्खा सिंह के बारे में
आजादी का अमृत महोत्सव : आज हम बात करेंगे मिल्खा सिंह के बारे में
मिल्खा सिंह ने अपने जीवन में कुल 80 दौड़ों में हिस्सा लिया था,
मिल्खा सिंह ने अपने जीवन में कुल 80 दौड़ों में हिस्सा लिया था,
खास बात ये है कि इसमें से वे केवल तीन में ही हारे
खास बात ये है कि इसमें से वे केवल तीन में ही हारे
77 बार वे रेस जीतने में कामयाब हुए थे।
77 बार वे रेस जीतने में कामयाब हुए थे।
साल 1950 से पहले एथलेटिक्स में भारत का नाम खेल की दुनिया में बहुत ज्यादा मशहूर नहीं हुआ था।
साल 1950 से पहले एथलेटिक्स में भारत का नाम खेल की दुनिया में बहुत ज्यादा मशहूर नहीं हुआ था।
लेकिन वो साल था 1958 का जब फ्लाइंग सिख के नाम से दुनियाभर में मशहूर मिल्खा सिंह ने राष्ट्रमंडल खेल यानी कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत के लिए पहला गोल्ड मेडल जीता था
लेकिन वो साल था 1958 का जब फ्लाइंग सिख के नाम से दुनियाभर में मशहूर मिल्खा सिंह ने राष्ट्रमंडल खेल यानी कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत के लिए पहला गोल्ड मेडल जीता था
भारत को एथलेटिक्स में पहला गोल्ड दिलाने का काम मिल्खा सिंह ने ही किया था।
भारत को एथलेटिक्स में पहला गोल्ड दिलाने का काम मिल्खा सिंह ने ही किया था।
उन्होंने 24 जुलाई 1958 में 440 गज की दौड़ में भारत के स्वर्ण पदक जीता था।
उन्होंने 24 जुलाई 1958 में 440 गज की दौड़ में भारत के स्वर्ण पदक जीता था।